आज कल लोग त्वचा की देखभाल के लिए अक्सर आधुनिक विज्ञान की ओर देखते हैं। किन्तु प्रकृति और हमारा प्राचीन ज्ञान ही शाश्वत सौंदर्य की असली कुंजी है। और आयुर्वेद वह प्राचीन ज्ञान है जो हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य संबंधी चिंताओं के लिए प्राकृतिक उपचार (skin care ayurvedic) देता है। आयुर्वेद के कई उपचारों एवं औषधियों में कुमकुमादि तेल एक ऐसा चमत्कारी तेल है जो आपकी त्वचा को अद्भुत निखार देता है। कुमकुमादि तेल त्वचा के लिए लाभदायी जड़ी-बूटियों का एक गुणकारी मिश्रण है जो त्वचा की कई समस्याओं में बहुत लाभदायी है। आयुर्वेद में सदियों से इस तेल का उपयोग खील, मुहासे, दाग-धब्बे, तैली त्वचा आदि समस्याओं में किया जाता है। विभिन्न जड़ी बूटियों से भरपूर और अत्यंत गुणकारी तल तेल युक्त यह मिश्रण, त्वचा पर इसके अद्भुत प्रभावों के लिए विश्वभर में विख्यात है।
कुमकुमादि तेल के लाभ (Kumkumadi Oil Benefits)
पुनर्वसु का कुमकुमादि तेल विभिन्न त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए एक अत्यंत प्रभावी तेल है। आइए जानते है त्वचा के लिए इसके अनेक लाभ:
रंगत निखारता है:
केसर, यष्टिमधु और अन्य जड़ी-बूटियों के गुणों से समृद्ध, कुमकुमादि तेल त्वचा की खामियाँ जैसे काले धब्बे, त्वचा में काले दाग, और रंजकता को कम करता है, त्वचा की रंगत प्राकृतिक रूप से निखारता है। यह तेल झाइयों और आँखों के नीचे काले घेरे हटाने (Ayurvedic medicine for dark circles) के लिए उत्तम उपचार है।
त्वचा को नमी देता है:
कुमकुमादी तेल हाइड्रेटिंग औषधियों से बना है। यह त्वचा की गहराई तक जाकर पोषण और नमी प्रदान करता है। इसके नियमित उपयोग से त्वचा का रूखापन दूर होता है और त्वचा मुलायम और हायड्रेटेड रहती है।
रसायन गुण:
कुमकुमादि तेल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है जो हानिकारक पर्यावरणीय तत्वों से रक्षण करता है। यह त्वचा की इलास्टिसिटी बनाए रखने और फाइन लाइन्स और झुर्रियों को कम करने में लाभकारी है। गुणकारी जड़ी-बूटियों का यह मिश्रण त्वचा में निखार लाता है और इसे लोचकऔर मुलायम बनाता है।
मुँहासे (Pimples) में लाभदायी:
कुमकुमादि तेल मुँहासों के लिए सबसे अच्छे आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है। यह तेल उन बैक्टीरिया से लड़ता है जो मुँहासे पैदा करते हैं, खारिश त्वचा को शांत करता है, और मुँहांसों को फिर आने से रोकता है।
त्वचा को पोषण देता है:
शुष्क और ठंडी हवा हमारी त्वचा का पोषण छीनकर उसे शुष्क बना देती है। गरम हवा त्वचा की नमी को नष्ट करके उसमे शुष्कता और कालापन उत्पन्न करती है। इस तेल की मालिश रोज़ करने से त्वचा को पोषण मिलता है। यह तेल त्वचा की गहराई तक जाकर पोषण और नमी देता है। इस तेल से त्वचा की इलास्टिसिटी और कोमलता कायम रहती है।
तिल तैल (Sesame oil), केसर (saffron), उशिर, आदि उत्तम जड़ी बूटियों युक्त कुमकुमादि तेल दाग, kaale dhabbe, झुर्रियों, मुँहासों आदि से पीड़ित त्वचा के लिए वरदानस्वरूप है। यदि आप भी इन समस्याओं से पीड़ित हैं और आयुर्वेद के एक प्राकृतिक एवं सरल उपाय (ayurvedic skin care products) की खोज में हैं, तो कुमकुमादि तेल आपकी इस खोज का अंत है। यह तेल त्वचा की असमानताओं और समस्याओं को दूर करके त्वचा को पोषित और हायड्रेटेड रखता है। पुनर्वसु के कुमकुमादि तेल को रोज़ रात अपने चेहरे पर लगाए और खिला खिला निखार पाएँ।