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बारिश में बालों के लिए उत्तम है ये आयुर्वेदिक औषधियाँ

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वर्षा ऋतू में बालों की देखरेख उतनी ही आवश्यक है जितनी त्वचा की। इस ऋतू में हवा बालों की नमी सोख लेती है और उन्हें  सूखे, बेरुखे, और  कमज़ोर बना देती है। हमारी भाग-दौड़ वाली जीवनशैली में हमें अपने बालों पर अलग से ध्यान देने का समय भी नहीं मिलता। और उसपर केमिकल्स वाले प्रोडक्ट्स के उपयोग से बालों को और हानि होती है। ऐसे में बालों को पोषण देने और लम्बे, घने बनाये रखने के लिए ज़रूरी है नियमित सार-संभाल और प्राकृतिक उपचार। आयुर्वेद में ऐसी कई औषधियाँ (Ayurvedic medicine for hair fall) हैं जो बालों के लिए अत्यंत लाभकारी है। इन औषधियों के नियमित उपयोग से आप वर्षा ऋतू में भी बालों को लम्बे, घने, और पोषित रख सकते है। ऐसी ही कुछ औषधियों के बारे में हम आज इस लेख में जानेंगे। और साथ ही साथ ये भी देखेंगे की इन औषधियों का किस तरह उपयोग करने से अत्यधिक लाभ लिया जा सकता है। पुनर्वसु इन्हीं औषधियों को आयुर्वेदिक प्रक्रिया से टेबलेट्स या तेल (Ayurvedic hair oil) के रूप में आपके सामने लाता है जिससे आप इनका उपयोग सरल और नियमित रूप से कर सके। तो आइये जानते हैं की कैसे बालों का सौंदर्य बढ़ाती है ये औषधियाँ:

आंवला (Amla)

आंवला अपने असंख्य स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है। आयुर्वेद में इसका उपयोग प्राचीन काल से आहार एवं औषधी के रूप में किया जाता है। विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आंवला बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह बालों को अंदर से पोषण देता है, बढ़ने में मदद करता है, बालों की जड़ों को मजबूत करता है, और सिर की त्वचा को स्वस्थ रखता है। इसे बालों के झड़ने के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक औषधियों (Ayurvedic medicine for hair fall) में से एक माना जाता है। आंवला एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो बालों को ऑक्सीडेटिव क्षति और समय से पहले सफेद होने से बचाता है। आँवला का सेवन औषधि के रूप में भी किया जा सकता है। पुनर्वसु की आमलकी रसायन टैबलेट में आंवले के सभी गुण हैं और यह बालों के झड़ने के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक दवा है। बारिश के मौसम में इस रसायन का नियमित सेवन बालों को लम्बे, घने, और काले बनाये रखता है। लेकिन आँवला तेल (Ayurvedic hair oil) या आँवला पाउडर हेयर मास्क के रूप में बालों पर नियमित रूप से लगाने से bhi अधिक लाभ होता है।  इस सुपर जड़ी बूटी के सभी लाभ प्राप्त करने के लिए इसका रोजाना सेवन करना चाहिए।

नीम (Neem)

नीम अपने एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह सिर की त्वचा से गंदगी और अशुद्धियों को साफ करने में मदद करता है। यह स्कैल्प की समस्याओं जैसे डैंड्रफ, फलेकिनेस, आदि के इलाज में भी बहुत उपयोगी है। यह स्कैल्प की सूजन को कम करता है और आराम देता है। नीम का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है।  नीम के पत्ते, फल, बीज, और यहाँ तक की नीम की छाल भी कई तरह से उपयोगी है। किन्तु बालों के लिए पुनर्वसु का नीम का तेल सबसे अच्छा और सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला आयुर्वेदिक उपचार है। इस कड़वे तेल से सर की त्वचा में हो रहे डैंड्रफ से मुक्ति मिलती है।

भृंगराज (Bhringraj)

भृंगराज को बालों के लिए जड़ी-बूटियों ka राजा कहते है। इसके कई फायदे हैं और आयुर्वेद में इसे बालों की देखभाल के लिए सबसे अच्छी औषधि माना जाता है। विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भृंगराज बालों की जड़ों को मजबूत करता है, बालों का गिरना कम करता है, और स्कैल्प को स्वस्थ रखता है। भृंगराज तेल का नियमित उपयोग रक्त परिसंचरण में सुधार करके बालों को उगने में (Ayurvedic hair growth) मदद करता है। हेयर पैक बनाने के लिए भृंगराज पाउडर को आंवला और ब्राह्मी जैसी अन्य जड़ी-बूटियों के साथ भी मिलाया जाता है। यह बेजान, भंगुर, और क्षतिग्रस्त बालों के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार है। पुनर्वसु की भृंगराज घनवटी में इस अद्भुत जड़ी-बूटी के सभी फायदे हैं और इसका प्रतिदिन सेवन बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में लाभकारी है।

जासूद (Jasud)

जासूद को लोकप्रिय रूप से हिबिस्कस कहा जाता है। आयुर्वेद और बालों की देखभाल पर चर्चा करते समय, जासूद सबसे अधिक चर्चित औषधि है। यह पौधा बालों की देखभाल के लिए सर्वोत्तम आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक है। यह बालों को पोषण देने वाले तत्वों से युक्त है जैसे फ्लेवोनोइड्स, विटामिन, खनिज, और अमीनो एसिड। यह एक बहुत प्रभावी हेयर कंडीशनर है, जो बालों को पोषण और मजबूती देता है और बालों को मुलायम और चमकदार बनता है। यह बालों को स्मूथ और सुलझे हुए बनाता है और दोमुँहे बालों को भी काम करता है। इसका उपयोग तेल (best Ayurvedic hair oil for hair growth), सीरम, कंडीशनर, और हेयर मास्क के रूप में किया जाता है।

मेथी (Methi)

मेथी को आयुर्वेद में बालों के लिए उत्तम उपचार कहा जाता है। इसमें प्रोटीन, लेसिथिन और निकोटिनिक एसिड की मात्रा अधिक होती है, जो इसे बालों की देखभाल के लिए एक बहुत ही उपयोगी बनाता है। मेथी बालों का झड़ना कम करती है और रोकती है, सर की त्वचा को स्वस्थ रखती है और बालों को पोषण देती है। यह स्कैल्प और बालों को स्वस्थ रखता है और रूसी एवं अन्य स्कैल्प के संक्रमणों से लड़ने में भी सहायक है। यह स्कैल्प को भी साफ करता है और बालों को घना और मजबूत बनाता है। बालों की प्राकृतिक कंडीशनिंग के लिए मेथी के बीजों को पानी में भिगोकर पेस्ट बनाया जा सकता है। आप मेथी पाउडर और अन्य आयुर्वेदिक उत्पादों का उपयोग हेयर मास्क के रूप में भी कर सकते हैं।

ब्राह्मी (Brahmi)

ब्राह्मी एक बेहतरीन ब्रेन टॉनिक है लेकिन इसके बालों के लिए भी कुछ आश्चर्यजनक फायदे हैं। विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट युक्त ब्राह्मी बालों की देखभाल के लिए आयुर्वेद में सबसे अच्छी जड़ी-बूटियों में से एक है। यह बालों का झड़ना कम करता है, बालों की जड़ों को मजबूत करता है और समय से पहले सफ़ेद होने को रोकता है। इसकी शीतलता स्कैल्प को आराम देती है और सूजन को कम करते हैं। ब्राह्मी स्कैल्प में रक्त परिसंचरण में सुधार करती है और इसे स्वस्थ रखती है। पुनर्वसु का ब्राह्मी तेल एक उत्कृष्ट आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic medicine for hair fall) है और इसे बालों के स्वास्थ्य के लिए अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

शिकाकाई (Shikakai)

शिकाकाई एक आयुर्वेदिक और प्राकृतिक क्लीन्ज़र है।  यह केमिकल्स युक्त शैंपू की तरह बालों को साफ़ करता है पर केमिकल्स की तरह उन्हें हानि नहीं पहुँचाता। यह प्राकृतिक क्लींजर बालों और स्कैल्प को धीरे से साफ करता है और साथ ही पोषण भी प्रदान करता है। यह स्कैल्प के पीएच संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है और बालों को लंबे, घने और मजबूत बनाता है। शिकाकाई पाउडर का उपयोग बाल धोने के साथ साथ उन्हें स्वस्थ रखने के लिए भी किया जाता है। 

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ (Ayurvedic medicine for hair fall) दोमुँहे बालों और रूसी जैसी बाहरी समस्याओं का समाधान तो करती ही हैं, किन्तु सर की त्वचा को पोषण देने और बालों की सुंदरता बढ़ाने के लिए अंदर से भी काम करती हैं। अपनी दिनचर्या में बालों की देखभाल के लिए आयुर्वेदिक उत्पादों (Ayurvedic hair oil) और हर्बल सामग्री का उपयोग करने से बालों और स्कैल्प के स्वास्थ्य में सुधार होता ह। इन औषधियों से आपको रूसी, कमज़ोर और रूखे बाल, दोमुँहे बाल आदि जैसी विशिष्ट समस्याओं से निपटने में मदद भी मिलती है। अपने बालों को लम्बे, घने, काले, और मज़बूत रखने के लिए आज ही इन जड़ी-बूटियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।