क्या आप खुद को मिठाई खाने से रोकते रोकते थक गए हैं ? क्या आप बिना टेबलेट्स के अपनी डायबिटीज (ayurvedic diabetic tablets) को नियंत्रित करने का उपाय ढूँढ रहे हैं ? आयुर्वेद वह प्राचीन वैदिक ज्ञान है जो प्रकृति में निहित जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करके आपकी शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं को हल करता है। मधुमेह (डायबिटीज) एक ऐसी बीमारी है जिससे दुनिया भर में लाखों लोग पीड़ित हैं। मधुमेह के लिए सही आयुर्वेदिक दवा (diabetes ayurvedic remedy) से आपके ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करना आसान है।
मधुमेह में आपका शरीर बहुत अधिक शक्कर का उत्पादन शुरू कर देता है या आपका पैंक्रियास शरीर में पर्याप्त इंसुलिन का स्राव करना बंद कर देता है। इसके लक्षण हैं अत्यधिक प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, थकान, कमजोरी, धुँधली दृष्टि, और घावों को भरने में समय लगना आदि। मधुमेह के परिणामस्वरूप शरीर में कई अन्य समस्याएँ होती हैं जैसे हृदय और रक्तचाप रोग, गुर्दे की समस्याएँ, तंत्रिका तंत्र की समस्याएँ, यकृत की समस्याएँ, आंखों और पैरों की क्षति, त्वचा की समस्याएँ आदि। इसलिए, मधुमेह को नियंत्रण में रखना आवश्यक है। पुनर्वसु का मधुमेहारी चूर्ण ब्लड शुगर के स्तर को प्रबंधित करने, मधुमेह पर नियंत्रण रखने, और शरीर में दुर्बलता और थकान की समस्याओं को कम करने में मदद करता है। आइए देखते हैं की मधुमेह का यह अद्भुत आयुर्वेदिक उपचार (ayurvedic medicine for Diabetes) शरीर पर कैसे काम करता है:
मधुमेहारी चूर्ण क्या है? (What is Madhumehari Churna)
पुनर्वसु का मधुमेहारी चूर्ण (Madhumehari Churna) मधुमेह (डायबिटीज) और कमजोरी में राहत देता है। यह मधुमेह के लिए लाभकारी आयुर्वेदिक दवा है। इसे विशेष रूप से उत्तम सामग्रियों और संपूर्ण आयुर्वेदिक प्रक्रिया से तैयार किया गया है। यह चूर्ण में उपयोगी जड़ी-बूटियाँ विभिन्न प्रकार के प्रमेह के उपचार में लाभदायी हैं। इसमें आमला, करेला, मामेजवा, जाम्बुबीज, हरिद्रा, लोध्र, नीम, करियातु, कालीजिरी, मेथी, और गुडुची जैसे तत्व शामिल हैं। इनमें से अधिकांश जड़ी-बूटियों का उपयोग ब्लड शुगर को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने, और आंतों के स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। यह पैंक्रियास के कार्य में सुधार और शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करती हैं।
मधुमेहारी चूर्ण का मधुमेह में उपयोग (Use of Madhumehari Churna in Diabetes. )
मधुमेहारी चूर्ण शरीर की कई समस्याओं का प्राकृतिक समाधान है। यह मधुमेह, कमजोरी, जलन आदि के लिए एक बहुत प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार (ayurvedic medicine for Diabetes) है। मधुमेहारी चूर्ण में जड़ी-बूटियों का संयोजन ब्लड शुगर को संतुलित करने के लिए पैंक्रियास से इंसुलिन के स्राव को बढ़ाता है। जाम्बुबीज, करेला, और मामेजवा जैसी औषधियाँ भोजन के बाद ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ने से रोकती हैं। वे ब्लड शुगर को स्थिर करती है जो मधुमेह के प्रबंधन में सहायक है। मधुमेह का मुख्य कारण ब्लड शुगर का स्तर बढ़ना है। अधिकतर, ब्लड शुगर के बढ़ने का मुख्य कारण अनुचित आहार होता है। अब आप ये सोचेंगे की मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए आपको अपने पसंदीदा खान-पान का त्याग करना पड़ेगा। किन्तु, आप को ऐसे चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है! आप अब भी अपना पसंदीदा भोजन खा सकते हैं, लेकिन शायद कम मात्रा में।
मधुमेह में स्वस्थ्य बनाये रखने के लिए विभिन्न प्रकार के लाभकारी खाद्य पदार्थों को सही मात्रा में अपने आहार में शामिल करना आवश्यक है। आइये देखते है मधुमेह को नियंत्रित रखने के लिए क्या खाना चाहिए:
सब्ज़ियाँ :
स्टार्च रहित: ब्रोकोली, गाजर, साग, मिर्च, और टमाटर
स्टार्चयुक्त: मकई, और हरे मटर
फल :
संतरे, केले, खरबूजा, जामुन, और अंगूर
अनाज :
पुरे दिन में आपका कम से कम आधा अनाज साबुत अनाज होना चाहिए।
- इसमें गेहूं, चावल, जई (Oats), कॉर्नमील (cornmeal), जौ (Barley), और क्विनोआ (quinoa) शामिल हैं।
- उदाहरण: रोटी, ब्रेड, पास्ता, सीरियल (cereal), और टॉर्टिलास (tortilas)
प्रोटीन :
- पतला मांस
- बिना छिलके वाला चिकन या टर्की
- मछली
- अंडे
- ड्राई फ्रूट्स और मूँगफली
- सूखी फलियाँ, मटर, चने, आदि
- मांस के विकल्प, जैसे टोफू
डेयरी - नॉन-फैट अथवा लौ-फैट :
- दूध (यदि आपको लैक्टोज असहिष्णुता (lactose intolerance) है तो आप लैक्टोज मुक्त दूध ले सकते हैं।)
- पनीर
इन सब खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें :
- तला हुआ अथवा हाई फैट या ट्रांस फैट युक्त खाना
- अधिक नमक या सोडियम (sodium) युक्त खाना
- मिठाइयाँ, केक, मफिन्स, चॉकलेट, कैंडी, आइसक्रीम आदि
- अधिक शुगर वाले पेय पदार्थ जैसे जूस, सोडा, एनर्जी ड्रिंक्स आदि
- दही
संतुलित आहार के साथ-साथ शारीरिक व्यायाम भी ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। आप व्यायाम के विभिन्न प्रकार जैसे की तेज़ चलना, घर के काम करना, नृत्य करना, तैराकी, साइकिल चलाना, अन्य खेल, आदि आज़मा सकते हैं।
मधुमेह के साथ जीना इतना कठिन नहीं है। बस आपको नियमित रूप से अपने शरीर की देखभाल करनी है और खाने-पीने में सतर्क एवं अनुशासित रहना है। मधुमेह और अन्य संबंधित समस्याओं जैसे कमजोरी, जलन, शुष्क मुंह आदि के लिए देखभाल और उचित दवा की आवश्यकता होती है। सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली जड़ी-बूटियों से बना, पुनर्वसु का मधुमेहारी चूर्ण मधुमेह (डायबिटीज) के लिए सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक उपचारों (ayurvedic medicine for Diabetes) में से एक है। इस चूर्ण का दिन में दो बार बस एक चमच्च सेवन करने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है और आप दिनभर सक्रिय एवं स्फूर्तिवान रहते हैं। मधुमेहारी चूर्ण का नियमित सेवन करें और स्वस्थ और तनाव मुक्त जीवन का आनंद उठाएँ!